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MBA पढ़ें. सफल होंगे – II


Authority and Responsibility अधिकार व जिम्मेदारी


आपने कार्यालयों में अधिकारी देखे होंगे. अधिकारी का काम होता है कि वह अपने टीम में काम करने वालों को बताए कि उन्हें क्या काम करना है, कब करना है, कैसे करना है आदि. अधिकारी को फैसले लेने का हक़ होता है. वह अपनी टीम से जुड़े काम, व्यक्ति, प्रोग्राम आदि को सुचारू रूप से क्रियान्वित करने के बारे में फैसला लेता है.

कौन हो अधिकारी ?

काम के अनुरूप योग्य व्यक्ति को अधिकारी होना चाहिए. जिम्मेदार व्यक्ति को अधिकारी होना चाहिए. अधिकारी को जिम्मेदारी लेनी होनी होती है. काम के क्रियान्वयन की जिम्मेदारी व रिजल्ट की जिम्मेदारी.

कितनी जिम्मेदारी ?

जिसको जितना अधिकार, उसकी उतनी जिम्मेदारी होती है.

ऐसा क्या कार्यालयों में ही होता है ?

जी नहीं. ऐसा हर क्षेत्र में होता है, खेती, दूकान, व्यापार, प्रोजेक्ट आदि हर क्षेत्र में होता है. घर में भी होता है. घर में घर के बड़े लोग फैसला लेते हैं और जिम्मेदारी भी.

क्या फैसला लेने का अधिकार केवल एक या कुछ लोगों को ही होता है ?

बड़े फैसले, जिनसे पूरा कार्यालय या टीम या प्रोजेक्ट प्रभावित हो, ऐसे फैसले लेने का अधिकार एक या कुछ लोगों को ही होता है.

क्या हर व्यक्ति फैसले लेता है ?

अपने फैसले या अपने काम से जुड़े छोटे फैसले हर व्यक्ति अपने स्तर पर ले सकता है. जो जिस स्तर का फैसला लेता है, उसकी जिम्मेदारी भी उसी स्तर की बनती है.

हम अपने घर में क्या करें ?

अपने से छोटों को व बच्चों को उनकी आयु व स्तर के अनुसार जिम्मेदारी सिखाएं व उन्हें फैसला लेना सिखाएं. महिलाएं अपनी बेटी व बहुओं को जिम्मेदारी सिखाएं व फैसले लेने का यथोचित अधिकार दें. पुरुष भी अपने बेटों व भाइयों को जिम्मेदारी सिखाएं व फैसले लेने का यथोचित अधिकार दें. ये लोग कल बड़े होंगे, परिवार समाज व देश की जिम्मेदारियां उठाएंगे, फैसले लेंगे.

लीडर बनाइए ?

जब मैं कहता हूं कि अपने बच्चों को लीडर बनाइए, तो मेरा मतलब यही है कि आप उन्हें टीम लीडर बनाइए, प्रोजेक्ट लीडर बनाइए, बिजनेस लीडर बनाइए, कॉरपोरेट लीडर बनाइए, अधिकारी बनाइए, सफल बनाइए.

हम अपने ऑफिस, बिजनेस, व्यापार, काम, प्रोजेक्ट में क्या करें ?

योग्य व्यक्ति चुनें. उन पर भरोसा करें. उन्हें उनके काम व स्तर के अनुसार जिम्मेदारी दें व फैसले लेने का अधिकार दें. समय समय पर उनके काम, जिम्मेदारियों, फैसलों व रिजल्ट की समीक्षा करें.

सफलता ?

सही फैसले काम को सफल बनाएंगे. सही फैसले आपके प्रोजेक्ट व टीम को सफल बनाएंगे. सफलता का #अरुणोदय होगा. आप सफल होंगे.


यह शिक्षा पोस्ट है. MBA के पहले विषय प्रिंसिपल ऑफ मैनेजमेंट (pom) का टॉपिक है. आप वही पढ़ रहे हैं जो IIM जैसे कॉलेज में स्टूडेंट लाखों ₹ फीस देकर पढ़ते हैं. जी हां, आप MBA कर रहे हैं. अगर आप को यह पोस्ट सरल लगी और लाभकारी लगी तो अपने बच्चों, भाइयों, बहनों व मित्रों को शेयर करें. पढ़ते रहें.

MBA हिंदी में भी पढ़ सकते हैं.

क्या यह आपको कठिन लगा. यदि नहीं, तो आप मेरी मानिए, आप MBA कर सकते हैं. अपने प्रोजेक्ट, बिजनेस, व्यापार, काम, ऑफिस को सफल बना सकते हैं. अच्छी नौकरी पा सकते हैं.

 MBA पढ़ें. सफल होंगे.

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Dr. Arun Mishra


#MBA_POM 02