ATKT, BACKLOG, FAIL, DROP Counseling
मैं पढ़ रहा था. second year में था. कुछ कारणों से मैं fail हो गया. मुझे DROP लग गया. मैं क्या करूँ ?
ऐसा क्यों होता है ?
किसी सब्जेक्ट में फेल होने के कई कारण हो सकते हैं. जैसे कि –
- सब्जेक्ट का कठिन लगना. समझ में न आना.
- उसमे इंटरेस्ट develop न होना.
- exam के दिन बीमार होना, तबियत ठीक नहीं होना.
- स्टूडेंट की फॅमिली समस्या
- स्टूडेंट की पर्सनल समस्या जैसे लगातार बीमार रहना, कमजोर रहना, तनाव आदि
- लेक्चर, प्रैक्टिकल में absent रहना.
- उस सब्जेक्ट के टीचर या प्रोफेसर की बात न समझ आना
- अनुशासन की कमी, सम्बंधित टीचर प्रोफेसर से विवाद आदि
ऐसा बार बार क्यों होता है ?
कई बार स्टूडेंट एक ही सब्जेक्ट में बार बार फेल होता है. इसके कई कारण हैं.
- फेल होने के बाद स्टूडेंट उस सब्जेक्ट को hate करने लगता है.
- स्टूडेंट को उस सब्जेक्ट से डर लगने लगता है.
- उसके क्लास वाले दोस्त आगे निकल जाते हैं. वह पीछे रह जाता है. उसका मनोबल टूट जाता है.
- इन सब बातों से उसका पढ़ने में मन नहीं लगता. जिससे वह बार बार फेल होने लगता है.
क्या करें ?
- पढ़ाई पर ध्यान दें. self study करें. यह सबसे अच्छा होता है. बहुत जरुरत पड़े तो ट्यूशन करें. कोशिश करें कि आने वाले exam में पास हो जाएँ.
- किसी अच्छे काउंसलर से मिलें, जो प्रोत्साहित करे, जो सही लीगल रास्ता बताए, गलत रास्ता न बताए.
- अगर किसी कारण से उस कॉलेज में आगे आप नहीं पढ़ पा रहे हैं, या उस कॉलेज या यूनिवर्सिटी से पास नहीं हो पा रहे हैं तो distance education से पढ़ कर पास हो सकते हैं.
- दसवीं व बारहवीं के लिए स्टेट बोर्ड या NIOS से पढ़ सकते हैं. BA, BCom, या किसी अन्य डिप्लोमा या डिग्री या higher education के लिए किसी भी UGC मान्य यूनिवर्सिटी से पढ़ सकते हैं. आप देश के किसी भी बोर्ड या यूनिवर्सिटी से पढ़ सकते हैं, यह आपका अधिकार है.
- सावधान रहे. जिस बोर्ड या यूनिवर्सिटी से भी करें, यह आप की इक्षा, पर यह जरुर चेक कर लें कि वह बोर्ड या यूनिवर्सिटी सरकार से पुर्णतः मान्य हो. जल्दीबाजी न करें. किसी की मीठी मीठी बातों में न आएं. कोई भी FAKE या BOGUS काम से बचें. यह आपके भविष्य का सवाल है. सही काम करें. अच्छा काम करें. आप सफल होंगे.
- एक समय पर एक यूनिवर्सिटी से एक रेगुलर कोर्स करें. एक यूनिवर्सिटी से एक ही समय कई कोर्स या कई यूनिवर्सिटी से कई कोर्स न करें. अगर आप मुंबई यूनिवर्सिटी से बी.कॉम कर रहे हैं तो दूसरा कोई कोर्स जैसे कि BBA या डिप्लोमा न तो मुंबई यूनिवर्सिटी से करें और न ही किसी दूसरी यूनिवर्सिटी से करें.
- कई यूनिवर्सिटी ट्रांसफर एडमिशन लेती हैं. जैसे कि अगर कोई पुणे यूनिवर्सिटी से B.E. कर रहा है और दो साल बाद वह किसी कारणवश वहां से नहीं करना चाहता और किसी दूसरी यूनिवर्सिटी में ट्रांसफर चाहता है तो यह आजकल संभव है. इसे क्रेडिट ट्रांसफर फैसिलिटी कहते हैं. इसके लिए पहला कॉलेज या यूनिवर्सिटी LC या माइग्रेशन issue करेगा और दूसरा एडमिशन देगा. कई बार parents का ट्रांसफर हो जाता है, जिसकी वजह से बच्चे कॉलेज या यूनिवर्सिटी ट्रांसफर चाहते हैं. दूसरे कारण भी हो सकते हैं. ऐसी स्थिति में इस पर विचार किया जा सकता है.
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