Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the neve domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/u273666145/domains/excelcollegeindia.com/public_html/wp-includes/functions.php on line 6114
Success : Nonverbal Communication - Excel College of Higher Education
Skip to content

Success : Nonverbal Communication

 


Nonverbal Communication
सांकेतिक संवाद


बॉडी लैंग्वेज या शारीरिक हाव भाव, जैसे कि चेहरे पर मुस्कान या तनाव या हाथ पैर के मूवमेंट्स या हिलना डुलना या आंखों का झुकना आदि, बहुत कुछ बातें कहते हैं. बॉडी लैंग्वेज या हाव भाव से कई बातें पता चल जाती हैं जैसे कि अटेंशन, ध्यान, फोकस, सहजता, कम्फर्ट, आराम, तनाव, दुख, खुशी, सुखद, चिंता आदि.

इंटरव्यू के समय क्या करें ?

इंटरव्यू के समय टेंशन या तनाव या घबराहट होना स्वाभाविक है. Employer भी यह बात समझता है. इसलिए बहुत चिंता न करें. जितना हो सके आराम से रहें. पहले पूरी बात सुनें फिर जबाब दें. सामने देखें, डरें नहीं, घबड़ाएं नहीं. जोश में न आएं, over reactive न हों. जबाब छोटा दें, बहुत ज्यादा बक बक न करें. इंटरव्यू लेने वाले को प्रश्न पूछने का मौका दें. सकारात्मक बातें करें. अच्छे भविष्य की बातें करें. आशावादी बातें करें. आपकी बॉडी लैंग्वेज इनके अनुरूप हो.

मेरी मानिए, अगर ऊपर बताई बातें आप ने की तो आपका जबाब गलत होने पर भी आप का सिलेक्शन हो सकता है.

अब आप को समझ में आ रहा होगा कि क्यों कई बार स्कॉलर नहीं सेलेक्ट होते पर औसत कैंडिडेट सेलेक्ट हो जाते हैं ?

जॉब में या बिजनेस में क्या करें ?

अपने काम के अनुसार अपनी बॉडी लैंग्वेज रखें. रिसेप्शनिस्ट की बॉडी लैंग्वेज में अतिथि सत्कार होता है, सेल्समैन की बॉडी लैंग्वेज में सामान को दिखाने, समझाने, रिझाने आदि की बातें होती हैं. बॉस की बॉडी लैंग्वेज में काम, अनुशासन, आदेश, employee care आदि होता है.

कैसे सीखें ?

अधिकतर पर्सनालिटी डेवलपमेंट क्लासेस बॉडी लैंग्वेज ही सिखाती हैं. काम के अनुसार ऑफिस भी अपने कर्मचारी को ट्रेनिंग देता है. दुकानदार सेल्समैन को समझाता है कि वह कैसे खड़ा हो, कैसे बैठे, कैसे बोले, कैसे बात करे आदि. हॉस्पिटैलिटी मैनेजमेंट में भी ये बातें सिखाई जाती हैं. एयर होस्टेस की ट्रेनिंग में भी सिखाया जाता है. अधिकतर जगह काम के अनुरूप ट्रेनिंग दी जाती है. आप को जो काम करना है, उसके अनुरूप थोड़ी ट्रेनिंग ले लें, जिसकी अपेक्षा एम्प्लायर इंटरव्यू के समय करेगा, बाकी detail में ट्रेनिंग on-job मिलेगी. मेरा एक दोस्त रोज आधा घंटे अपने दोस्त के चाचा से मिलने जाता था जो कि मीडिया में थे और लोगों से इंटरव्यू लिया करते थे. बाद में पता चला कि वो उनसे सीखने जाता था. आज वो भी मीडिया में काम कर रहा है. मेरी बात आप सही समझे, संगत से सीखिए. पहले सोचिए कि आप क्या बनना चाहते हैं, वैसी संगत कीजिए, वैसे गुण सीखिए.

सफलता मिलेगी ?

अवश्य मिलेगी. सफलता का #अरुणोदय होगा. आप सफल होंगे.

आप शिक्षा प्रसार में सहयोगी बनें

यह शिक्षा पोस्ट है. IIM जैसे मैनेजमेंट कॉलेज में पढ़ाया जाने वाले MBA का communication विषय है. आप अपने भाई बहन मित्रों से शेयर करें.


HELP ?

  • हम आपकी मदद करेंगे.
  • हम आपके strength, weakness, interest, dreams, skills आदि को समझेंगे
  • आपको सही कोर्स, सही कॉलेज व सही युनिवर्सिटी चुनने में हेल्प करेंगे.
  • आपको एडमिशन व कोर्स पूरा करने में गाइड करेंगे.
  • कोर्स पूरा होने पर प्लेसमेंट या नौकरी के लिए मदद करेंगे.
  • Contact us by email or sms or whatsapp or phone or contact form.

Visit contact page and call us or fill Inquiry form.


 

Counselor Arun Mishra

#MBA_CS 02