अच्छी सोच होगी, पॉजिटिव होंगे, सुखी रहेंगे
हर सोच की कहीं न कहीं जड़ होती है । जड़ किसी दूसरी सोच या सूचना या ज्ञान से जुड़ी होती है । कभी कभी ज्ञान अनुभव से मिला होता है ।
जिस तरह जल का स्रोत अच्छा होगा तो जल भी अच्छा होगा उसी तरह सोच का स्रोत अच्छा होगा तो सोच भी अच्छी होगी । इसीलिए कहा जाता है कि अच्छी पुस्तकें पढ़ें, अच्छे लोगों की बात सुनें ।
श्रोत अच्छा रहेगा तो सोच अच्छी रहेगी । सोच अच्छी रहेगी तो सकारात्मक रहेंगे, पॉजिटिव रहेंगे । पॉजिटिव रहेंगे तो सुखी रहेंगे ।