यह कहानी निजी है ।
यह पहली बार नहीं है । इससे पहले भी कई बार कठिन दिन आए हैं । 1998 व 2003 में मैंने अति कठिन समय देखा ।
हर बार दो ही बातों ने मुझे कठिनाई से बाहर निकाला ।
1. आत्म-विश्वास 2. प्रभु-विश्वास
हर बार दो स्ट्रेटेजी अपनाई –
1. धीमे चलो – Go Slow
2. छोटे छोटे काम पर ध्यान दो
यह कहानी निजी है पर संदेश सभी के लिए है ।
अपने ऊपर व प्रभु पर हमेशा विश्वास रखें । कठिन समय में छोटे काम पर ध्यान दें और go slow नीति अपनाएं ।
अरुण