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सफलता खुशी देती है

success and happiness

सफलता हर एक को खुशी देती है. घर को, परिवार को, रिश्ते को, नाते को, मित्र को, समाज को, सभी को खुशी देती है. Success छोटी हो या बड़ी हो, मन खुश हो जाता है. खुशी से संसार चलता है.

किस की सफलता ?

उसने सोचा कि वह नदी नहीं पार कर पाएगा. फिर सोचा कि प्रयत्न करेगा. मन दृढ़ किया. उर्जा के साथ सकारात्मक प्रयत्न किया. और नदी पार कर गया. सफल हुआ. खुशी छा गई.

आप भी अपना लक्ष्य सोचिए. उसके लिए भरपूर उर्जा से सकारात्मक प्रयत्न कीजिए. सफल होंगे और खुशी मिलेगी.

अगर लक्ष्य बहुत बड़ा हो ?

उसको आप छोटे छोटे भाग में बाँट दीजिए. किसान को गावं से १५ km दूसरे गावं पैदल जाना था. उसने तय किया कि वह हर २-३ km दूर बाद जो भी गावं मिलेगा वहां रुकेगा, पानी पिएगा, थोड़ा आराम करेगा और आगे की यात्रा करेगा. वह जहाँ रुकता था, एक पत्थर रखता था और कहता था मेरा एक चरण पूरा हुआ. और इस तरह धीमे धीमे वह अपनी मंजिल पहुँच गया. वह सफल हुआ.

राजीव ने सोचा कि वह घर बनाएगा. १० लाख लगेगा. पैसे नहीं. फिर कैसे ? उसने सारे काम को चरणों में बाँट दिया. पहला चरण  में २ लाख इकट्ठा करने का सोचा. कुछ कमाया, कुछ परिवार ने सहयोग किया, कुछ मित्रो ने सहयोग किया. २ लाख इकठ्ठा हो गया. दूसरे चरण शुरू हुआ. एक छोटी सी जमीन खरीदी. १.५ लाख में. तीसरा चरण शुरू हुआ. बैंक ने जमीन के ऊपर कर्ज दिया. और राजीव घर बनाने में सफल हुआ.

आप भी अपने बड़े लक्ष्य की यात्रा को छोटे छोटे चरणों में बाँट दीजिये. इंग्लिश में इसे mile stone कहते हैं. यात्रा प्रारम्भ कीजिए. हर चरण पर पहुँचने पर थोड़ा सा रुकिए. पीछे मुड़कर देखिए. देखिए कि आप ने क्या पाया. देखिए कि सब ठीक चल रहा है. थोड़ा आराम करने के बाद अगले चरण की तैयारी कीजिए और आगे की यात्रा कीजिए.

अगर लक्ष्य कठिन हो ?

अगर आपकी क्षमता है तो कुछ भी कठिन नहीं है. इसलिए अपनी क्षमता को लक्ष्य के हिसाब से बनाइए. अगर आप का लक्ष्य IAS बनना है तो उसके लिए किस तरह का ज्ञान चाहिए यह मालूम कीजिए और  उस तरह कि तैयारी कीजिए. अपनी क्षमता बढ़ाइए. अपनी क्षमता दिखाइए.  सफल होंगे.

अगर उतनी क्षमता नहीं है तो ?

यह जरुरी नहीं है कि हर कोई माउंट एवेरस्ट चढ़े. यह जरुरी नहीं है कि हर कोई IAS ऑफिसर बने. यह जरुरी नहीं है कि हर कोई डॉक्टर बने या इंजीनियर बने या CA बने.

अगर आप को लगता है कि तय लक्ष्य  बहुत बड़ा है और उतनी क्षमता नहीं है तो कोई बात नहीं. लक्ष्य को छोटा कीजिए. राजीव ने भी पहले बंगला बनने कि सोची थी. फिर उसे लगा कि लक्ष्य बहुत जादा बड़ा है. उसने उसे छोटा किया. छोटा घर बनाया. खुश हुआ. छोटे लक्ष्य भी आपको खुशी देंगे. छोटे success भी आपको उतनी ही खुशी देंगे. 

हम आपकी मदद कर सकते हैं –

  • हम आपको सलाह दे सकते हैं कि
  • कौन सा लक्ष्य आपके लिए सही रहेगा
  • लक्ष्य कैसे पूरा करें
  • आपके career के लिए, promotion के लिए, success के लिए क्या उपयुक्त रहेगा
  • contact करें. फोन करे. sms करें. whatsapp करें. ईमेल करें. हम आपको सही सलाह देंगे.